शक्ल | अहसास विद आरज़ू अहसास एक जवान लड़का। जो अकेला रहता है। अपने आप को अंधेरे में रखता यानी उसके कमरे की हर वक्त लाइट बंद रहती है। उनकी जिंदगी में कुछ ऐसा घटा है जिसके कारण वे खुद को अकेला कर लिया है। किसी से मिलना पसंद नहीं करता। कहीं जाना भी नहीं चाहता। अहसास के घर में और कोई नहीं है। मम्मी - पापा गुजर चुके हैं और भाई - बहन हैं नहीं। उसका एक दोस्त है जिसका नाम सूरज है। सीन 01 : सूरज अहसास के घर आता है उसे अपने साथ कहीं बाहर ले जाने के लिए सूरज : अहसास चल कहीं बाहर चलते हैं। अहसास : नहीं , मेरा मन नहीं है। सूरज : यार , कब तक अपने को कमरे में बंद करके रखेगा ? चल मेरे साथ। अहसास थोड़ी देर उसे देखता है और फिर साथ चल देता है। ( कट ) सीन 02 : दोनों मार्किट में हैं , गोलगप्पे की दुकान पर। दुकान पर कुछ दोस्त और भी है जो गोलगप्पे खा रहे हैं और मस्ती कर रहे हैं। ( दो लड़के है और दो लड़कियां ) पहला लड़का दोस्त ( गोलगप्पे वाले से ) : भाई थोड़ा तीखा बना। दूसरा लड़का दोस्त ( अपने दोस्त से ) : अबे , पेट खराब करवाना है क्या ? पहली लड़की दोस्त ( अपनी दोस्त आ...