एक बड़ा सा कमरा है वही उसी बीच मे कैमरा, लाईट और हरा पर्दा लगा हुआ है। उस पर्दे के
सामने बीस साल का लड़का, जिसका नाम एहसास है वह अपने dialogue
बोल रहा है।
सीन 01
एहसास :
हाँ हाँ….. मै
छोटा हूँ , मै काला हूँ,
मै नाटा हूँ तो... क्या मै एक्टर नही
बन सकता,
बॉलीवुड के काका चाचा और मामा कहते है
कि एक्टिंग के लिये शक्ल सुरत की जरुरत नही
बस टेलेंट का होना जरुरी है
(कट)
सीन 02
एहसास
सो रहा होता है आराम से इतने में एक तेज आवाज एहसास के कानो तक आती है, जो उसके
पापा की है|
पिता :
अबे उठ जा तु बन गया हीरो,
फिर सपने मे बड़ बड़ कर रहा है
चल जाके दुध लेक आ जा
एहसास:
नीन्द मे : क्या पापा ?
इतने अच्छे सपने से जागा दिया
(कट)
सीन 03
एहसास और उसका दोस्त राहुल दोनो दुध की डोलची लेके दुध लाने के लिए जा रहे है।
एहसास :
मै हू पागल, हाँ मै हूँ पागल
एहसास ये बोलते बोलते राहुल के डोलची मुहँ पे मार देता है।
राहुल :
हलके गुस्से मे : भाई बस करना
यार तु सच मे पागल हो जाएगा एक दिन,
तुझे 10 मिनट से देख रहा हूँ
एहसास :
हँसते हुए : हाँ हुँ मै पागल
राहुल :
भाई क्यु? तु मुझे इरेटेटे कर रहा है
एहसास :
अच्छा भाई क्यु? तु गुस्सा हो रहा है चल
दोनो बात करते हुए जा रहे है।
(कट)
सीन 04
कॉलेज की सीढीया है एहसास, राहुल और पिंकी बैठे हुए है आपस मे बात कर रहे है वही उसी सीढीयो के पास
दुसरे ग्रूप के लड़के आते है और लेट दिखाते है
लड़का 01 :
चल यहा से कलटी हो जा, ये भाई का इलाका है
एहसास :
खड़े होते हुए : इलाका तो कुत्तो का
होता है
लड़का 02 :
अबे तु जानता नही हम कौन है
एहसास :
तु भी नही जानता मै कौन हूँ
लड़का 03 :
कंधे पर हाथ मारते हुए : अबे तु है
कौन?
एहसास :
हूल देते हुए : रिश्ते मे तो हम
तुम्हारे बाप लगते है
नाम है .............. एहसास
लड़का 02 :
अबे तु पिटके मानेगा या बिना पिटे
मानेगा
एहसास :
मार ना नारन्ग नही लगता, मारना
इतने मे पिंकी और राहुल एक दुसरे को इशारा करते है और वहा से
चले जाते है एहसास बेचारा उन लोगो से पिट जाता है।
(कट)
सीन 05
राहुल और पिंकी कॉलेज की केंटीन मे बैठे है एहसास पिटी हुइ
हालत मे उन दोनो के पास आता है।
एहसास :
अबे कमीनो मुझे वहा अकेला छोड़ कर आ
गये
पिटने के लिए.......
(बर्गर हाथ मे उठाकर खाते हुए) :
यहा तुम बर्गर लपेट रहे हो
राहुल :
भाई बस कर बहुत हो गया तेरा.....
दिन रात बस एक्टिंग एक्टिंग करता रहता
है
बस बन गया तु हिरो, ना तेरे पास श्क्ल है
ना सुरत है, कौन लेगा तुझे ?
एहसास :
हाँ भाई.... तु ठीक बोल रहा है
कौन लेगा मुझे ?
इतना बोलकर एहसास वहाँ से चला जाता है
पिंकी :
राहुल को देखते हुए : अबे तु पागल है......
जब तु किसी को मोटीवेट नही कर सकता ,
तो डीमोटीवेट भी मत किया कर
(कट)
सीन 06
अगले दिन घर के पास मे
छोटा सा प्रोग्राम हो रहा होता है वहा
बहुत सारे लोग आये होते है एक लड़का एक्टिंग कर रहा होता है।
मोहित :
मेरे पास भी माँ थी जो अब नही
रही......
एक्टिंग करते करते अचानक उसका पैर फिसल जाता है, वह गिर जाता है तभी, सभी
उस पर हसँने लगते है उन्ही के बीच से एहसास निकल कर आता है और स्टेज पर चढता
है
एहसास :
माँ वाला डाइलोग बोलता है
जितने भी लोग होते है वह जोर जोर से तालियाँ बजाते है अचानक
एहसास बोलता है
एहसास :
चिल्लाते हुए बोलता है : रूको....
इन तालियो का हकदार मे नही हूँ
वो लोग है.... जो कुछ करने की चाहत रखते है
उनके उपर हम हसँकर, उनका
कोंफिडेंस तोड़ देते है
असल मे हम उनपर हसँ नही रहे होते है
खुदकी नाकामयाबी पर हसँते है....
(कट)
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